Chaudhary Mahadeo Prasad National Moot Court Competition, 2025     |      Re Mid-Test (Internal Tests) of Environmental Law of Fifth Semester B.A.LL.B.(Hons) on 26/03/25 at 9.30 am. Syllabus – Unit -I     |      Change in the date of B.Sc.-I (Board-E) Physics Practical Examination (2025)     |      Schedule of B.Sc.-I & II Physics Practical Examination (2025)     |      Schedule of B.Sc.-III Physics Practical Examination (2025)     |      Schedule of B.A.-1, B.A.II & B.A.III Geography Practical Examination (2024-25)     |      छात्रवृति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के आवेदन पत्र को स्वप्रमाणित अभिलेखों सहित छात्र कल्याण कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि 10.01.2025      |      बी.ए.एलएल.बी. में संविदा अतिथि प्रवक्ता के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 16 जनवरी 2025 तक बढ़ाई गई।     |      छात्रवृत्ति संबंधी कार्यों हेतु अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय 26, 27, 30 एवं 31 दिसंबर 2024 को खुले रहेंगे।      |      Declaration of the Result of NCC Admission 2024-25     |     

पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास पर राष्ट्रीय सेमिनार एवं प्रतियोगिता का आयोजन

पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास पर राष्ट्रीय सेमिनार एवं प्रतियोगिता का आयोजन

पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास पर राष्ट्रीय सेमिनार एवं प्रतियोगिता का आयोजन

पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में सी0एम0पी0 डिग्री कॉलेज के द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास पर राष्ट्रीय सेमिनार एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ0 मृदुला त्रिपाठी कोआर्डिनेटर पी0जी0 ने कार्यक्रम की भूमिका रखी। प्राचार्य डॉ0 बृजेश कुमार, सी0एम0पी0 डिग्री कॉलेज ने अतिथियों का स्वागत किया। अध्यक्षता करते हुए चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह चेयरमैन गवर्निंग बॉडी, ने कहा कि अब समय आ गया है कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति हम सचेत हो जाएं पिछले 50 वर्षों में जैव विविधता में पचास प्रतिशत का ह्मस हुआ है। जल संकट भयावह रूप लेता जा रहा है। वृक्षारोपण अभियान चलाकर हम इन समस्याओं का सामना कर सकते हैं।

1 2 3 4 5 7

6मुख्य अतिथि प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी पूर्व डायरेक्टर मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, प्रयागराज ने वर्तमान परिदृश्य में पर्यावरण संरक्षण की उपयोगिता पर बल देते हुए कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए जन भागीदारी अतिआवश्यक है। विशिष्ट अतिथि डॉ0 कृष्ण मोहन, पर्यावरण संरक्षक, ने बताया कि वैश्रृविक वातावरण में भूमंडलीय ऊष्मीकरण के प्रमुख कारण वन का कटना एवं प्रदूषण पर नियंत्रण न करना है, जिससे गंभीर दुष्परिणाम सामने आ रहें हैं। डॉ0 विशाल श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि वर्तमान में इस प्रकार की संगोष्ठी का आयोजन जनजागरूक साबित होगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 हिमानी चौरसिया एवं डॉ0 प्रियंका चावला ने किया, तथा समस्त प्रतिभागियों के पुरस्कार एवं प्रमाण पत्रों के वितरण का संचालन डॉ0 विशाल श्रीवास्तव एवं डॉ0 अंजनी कुमार ने किया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले पी0जी0 एवं शोध छात्रों का इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष योगदान रहा जिनके प्रतिभाग के कारण यह कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।

Connect with us on :

Send your comments/feedback

cmpdc1@gmail.com