चौधरी महादेव प्रसाद महाविद्यालय प्रयागराज की स्थापना 1950 ई0 में हुईऔर 1955 ई0 में हिंदी विभाग स्थापित हुआ। इसके प्रारम्भिक सदस्य प्रसिद्ध नाटककार श्री लक्ष्मीनारायण लाल थे, जो महाविद्यालय के संस्थापक प्राध्यापकभी थे।वर्तमान में विभाग में 13 प्राध्यापक हैं| 3 प्राध्यापक डॉ. सरोज सिंह, डॉ. आभा त्रिपाठी, डॉ. दीनानाथ एसोशिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं | एक प्राध्यापक डॉ. रामपाल गंगवार जो इस समय विभाग लियन अवकाश पर हैं और वर्तमान में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ में प्रोफेसर के पद को सुशोभित कर रहे हैं। 9 प्राध्यापक 12 अगस्त को विभाग को प्राप्त हुए हैं | डॉ. प्रेमशंकर सिंह , डॉ. जी गणेशन मिश्रा, डॉ. रमाशंकर सिंह , डॉ. रामानुज यादव , डॉ. राजेंद्र यादव, डॉ. भारती कोरी, डॉ. पूजा गौड़, डॉ. रंजीत सिंह, प्रियंका गोंड असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं | विभाग द्वारा स्नातक, परास्नातक कक्षाएं, तथा शोध कार्य संचालित होता है |
हिंदी विभाग में लगभग 5000 छात्र-छात्राएं स्नातक, परास्नातक, और शोधार्थी के रूप में अध्ययनरत हैं। शोध कार्य में कुल 18 शोधार्थी हैं, जिनमें से 13 जे.आर.एफ. हैं जो समसामयिक विषयों पर निरंतर शोध कार्य में संलग्न हैं। हिंदी विभाग द्वारा समय-समय पर विषय- विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं। विभाग में राजभाषा समिति भी संचालित होती है जिसके द्वारा प्रत्येक वर्ष के सितंबर माह में राजभाषा पखवाड़े का आयोजन होता है जिससे हिंदी प्रचार-प्रसार को बढ़ावा मिलता है।